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Showing posts from August, 2013

जीवन में समय का महत्व

जीवन में समय महत्व जीवन में समय का महत्व स्थान होता है।     बीता समय कभी लौट कर नहीं आता।     अतः मनुष्य को चाहिए कि जो समय उसे मिलता है उसका सदुपयोग करे।     समय ही सबसे बडा बलवान है।   ' पुरुष बली नहि होता है , समय होत बलवान ' जो व्यक्ति समय का सदुपयोग नही करता उसका जीवन नष्ट हो जाता है।    मानव की उन्नति में समय सहयोग महत्वपूर्ण होता है।     अपने लक्ष्य की प्राप्ती के लिए मनुष्य को समय के महत्व को जानकर उसका सदुपयोग करना चाहिए।     समय अपनी गति से  बढ़ता  जाता है,   वह किसी के लिए रुकता नही।    उसे रोकने की  शक्ति  भी किसी में नही है।     वास्तव में समयानुसार आवश्यक तथा उचित कार्यों को संपन्न करना ही समय का सदुपयोग है।    विद्यार्थी जीवन में ही मनुष्य अपने भावी जीवन की तैयारी करता है ।     मानसिक तथा शारीरिक पुष्टता से अपने को सक्षम बनाता है।     जो व्यक्ति इस काल का सदुपयोग न करके अन्य कार्यों में व्यस्त होता है, वह अपने  गृहस

दूरदर्शन (चैनल)

दूरदर्शन ( चैनल ) दूरदर्शन भारत का सरकारी दूरदर्शन प्रणाल ( चैनल ) है। यह भारत सरकार द्वारा नामित पर्षद् प्रसार भारती के अंतर्गत चलाया जाता है। दूरदर्शन के प्रसारण की शुरूआत भारत में दिल्ली सितंबर , 1959 को हुई। प्रसार - कक्ष तथा प्रेषित्रो की आधारभूत सेवाओं के लिहाज़ से यह विश्व का दूसरा सबसे विशाल प्रसारक है। हाल ही मे इसने अंकीय पार्थिव प्रेषित्रो ( डिजिटल स्थलचर संचारी (Digital Terrestrial Transmitters)) सेवा शुरु की। दूरदर्शन के राष् ‍ ट्रीय नेटवर्क में 64 दूरदर्शन केन् ‍ द्र / निर्माण केन् ‍ द्र , 24 क्षेत्रीय समाचार एकक , 126 दूरदर्शन रखरखाव केन्द्र , 202 उच् ‍ च शक्ति ट्रांसमीटर , 828 लो पावर ट्रांसमीटर , 351 अल् ‍ पशक्ति ट्रांसमीटर , 18 ट्रांसपोंडर , 30 चैनल तथा डीटीएच सेवा भी शामिल है। प्रारंभ दूरदर्शन की शुरुआत अत्यंत विनीत तरीके से , एक परीक्षण के तौर पर दिल्ली में 1959 में हुई थी। नियमित दैनिक प्रसारण की शुरुआत 1965 में आल इंडिया रेडियों के एक अंग के