परिवार में माँ का स्थान
परिवार में माँ का स्थान माँ प्रकृति की सबसे अनमोल कृति है। संसार की जब रचना हुई तो ईश्वर ने सोचा होगा कि वह खुद तो हर जगह उपस्थित नहीं रह सकते इसलिए माँ का सृजन किया। माँ शब्द जुबान पर आते ही हमारा मन आह्लादित हो उठता है। माँ अपने आप में एक शब्द न होकर पूरा वाक्य है। परिवार में माँ को सबसे श्रद्धात्मक और भावनात्मक स्थान प्राप्त होता है। माँ रूपी शब्द के उच्चारण मात्र से ही सारे कष्ट दूर हो जाते हैं , माँ का प्यार भरा स्पर्श सारे दुःख दर्द को दूर कर देता हैं . माँ का प्रेम बच्चो के लिए अमृत के सामान होता हैं । माँ ह्रदय इतना विशाल होता हैं . जो की अपने बच्चो के सारे दुःख दर्द को अपने विशालकाय ह्रदय में समाहित कर लेती हैं और अपने बच्चो के सारे दुखो को हर लेती हैं , और अपनी सारी खुशियाँ अपने बच्चो पर निछावर कर देती हैं । खुद भूखी रह कर अपने बच्चो का पेट सिर्फ और सिर्फ माँ ही भर सकती हैं। माँ के जै...